साथ चलो साथी
साथ चलो साथी
पागल व आवारा, तब से यह हो गया है
वह जब से चेहरा, य बेचारा देखा है।
गुजरे व दिन-रातें, तब तेरे ही याद में
दिवानों-सा बातें, अब व करता सपनों में।
तडपता है यह दिल, सदा व मिलने के लिए
बन गया है मंजिल, व तुझे पाने के लिए।
बन गया अंजाना, तेरी ही अनुराग में
तुझको ही पाना, अभी अपने जीवन में।
है मधु की गंगा, वही अंग-अंग तेरा
अब सपनों में जगा, रातभर नयन मेरा।
जग को भूलता है, यह उसकी हर चाह में
वह चली आती है, हर दिन की व ख्वाबों में।
यह धडकन मेरा, व तेरी साँसों में है
साथ रहे तेरा, अब यहीं सात जन्म है।
य तितली जैसा मन, तुझे ढूंढने आए
कली जैसा वह तन, अभी नाहि व सुक जाए।
लालसाब हुस्मान पेंडारी
उपनाम:- कवित्त कर्ममणि
नागरमुन्नोली, ता:- चिक्कोड़ी
जिला:- बेलगावी
कर्नाटक-५९१२२२.
मो. नं:- ९७४३८६७२९८
इमेल: lalasabpendari@gmail.com
पागल व आवारा, तब से यह हो गया है
वह जब से चेहरा, य बेचारा देखा है।
गुजरे व दिन-रातें, तब तेरे ही याद में
दिवानों-सा बातें, अब व करता सपनों में।
तडपता है यह दिल, सदा व मिलने के लिए
बन गया है मंजिल, व तुझे पाने के लिए।
बन गया अंजाना, तेरी ही अनुराग में
तुझको ही पाना, अभी अपने जीवन में।
है मधु की गंगा, वही अंग-अंग तेरा
अब सपनों में जगा, रातभर नयन मेरा।
जग को भूलता है, यह उसकी हर चाह में
वह चली आती है, हर दिन की व ख्वाबों में।
यह धडकन मेरा, व तेरी साँसों में है
साथ रहे तेरा, अब यहीं सात जन्म है।
य तितली जैसा मन, तुझे ढूंढने आए
कली जैसा वह तन, अभी नाहि व सुक जाए।
लालसाब हुस्मान पेंडारी
उपनाम:- कवित्त कर्ममणि
नागरमुन्नोली, ता:- चिक्कोड़ी
जिला:- बेलगावी
कर्नाटक-५९१२२२.
मो. नं:- ९७४३८६७२९८
इमेल: lalasabpendari@gmail.com
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Good is goog
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