शनिवार, 22 जुलाई 2017

आप मेरे दोस्त

   आप मेरे दोस्त

दोस्त है, आप मेरे
साथ नहीं छोडेंगे हम
हम कभी ना हुए उदास
हमेशा रहेंगे उल्लास ।।१।।

जब भी हम मिलते है, तो
होती है, मीठी-मीठी सी बात
वहाँ होगी छोटि सी ठकराहट
ऐसे ही रहेगी हमारी मुलाकात ।।२।।

ना तुम जाने ना हम
ये दुनिया है दोस्ती से कम
दोस्त तो दोस्ती करता है
दुश्मनी तो दुश्मन करता है ।।३।।

हम सब मिल के करते थे विनोद
वहाँ किसिका भी नही था विरोद
चाहे ये दुनिया समझे आवारा, पागल
हम कभिना करेंगे अपने मन को गायल ।।४।।

हमारा साथ कभी ना छुटे
चाहे ये दुनिया ही रूठे
हम धर्ती को स्वर्ग बनायेंगे
दुनिया को उसीमें बसायेंगे ।।५।।

      लालसाब हुस्मान पेंडारी
      उपनाम:- कवित्त कर्ममणि
      आर. एम. शहा पब्लिक स्कूल-इंडी
      मोबाइल नं:- 9743867298
      इमेल:- lalasabpendari@gmail.com

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